अक्षय तृतीया को तेरापंथ भवन में होंगे वर्षीतप के पारणे
बीकानेर/गंगाशहर।28 अप्रैल। जैन धर्म में वर्षीतप (या वर्षी तप) एक अत्यंत उच्च कोटि का आध्यात्मिक अनुष्ठान माना जाता है। वर्षीतप का अर्थ है एक वर्ष तक नियमित तपस्या करना। इस तपस्या में साधक एक वर्ष तक नियत क्रम से उपवास (आहार नियम) और अन्य आत्मशुद्धि के अभ्यास करते हैं। इसकाContinue Reading