
बीकानेर 24 अगस्त।चालीस दिन तक चलने वाले सिंधी समाज के पूजन पर्व चालिया महोत्सव पर झूलेलाल मंडली के रमेश कुमार, मनुमल, दीपचन्द सदारंगानी, मनीष भगत के द्वारा सिंधी भजनों के संगीत पर झूमे श्रद्धालु।दादी कलावती, दादी रूखमणी, वर्षा लखानी, पूनम टिकयानी, रेखा, पूनम, मधु, निम्मा, कमला, विद्या, निर्मला द्वारा झूलेलाल जी का पंचामृत से अभिषेक कर पूजन किया गया। चालिया महोत्सव की पूर्णाहुति पर भजनो पर झूमां सिंधी समाज । अवसर था चालीस दिन तक से चल रहे चालिया महोत्सब के समापन का। “लहरन मां लुडन्दो अचे …… तारण मां तरन्दो अचे… की गूंज के बीच झूलेलाल जी की पूजा करते सिन्धी समाज के लोगों का हुजुम। बडी संख्या में समाज की मातृशक्ति व जय झूलेलाल सिन्धी युवा मंडल द्वारा किया जा रहा कीर्तन।

ऐसा नजारा था चालिया महोत्सव के तहत धोबी तलाई की संत कंवर राम सिंधी धर्मशाला का। वहीं मंदिर में श्रृंद्धालुओं ने झूलेलाल का पंचामृत से अभिषेक कर श्रृंगार किया।’ज्योतियू जग में जगाई .. मुहिंजा लाल साई….भजनो पर थिरकते झूमते सिन्धी समाज के कलाकारों ने देर तक समां बांधे रखा। धनश्याम सदारंगानी, लक्ष्मण किशनानी, सिंधु सभा के मानसिंह मामनानी, हासानंद मंगवानी, अनिल डेम्बला व ट्रस्ट के तेजप्रकाश वलीरमाणी, श्याम वाधवानी, मोहन सदारंगानी, हरनाम खतूरिया, कैलाश लखानी, हरीश वलीरमाणी द्वारा भंडारे की सम्पूर्ण व्यवस्था संभाली गयी।संत कंवरराम सिन्धी समाज ट्रस्ट के किशन सदारंगानी व पवन खत्री ने बताया कि चालीस दिन तक चलने वाले चालिया पर्व का आज विधिवत रूप से समापन किया गया। संध्या में बहराना साहब को सजा कर उसकी ज्योत का जल कुंड में विसृजन किया गया।