‘हिन्दी की बिन्दी’ पर रचना स्पर्धाओं मे गोवर्धन दास बिन्नाणी ‘राजा बाबू’ और देवन्ती देवी अव्वल

Share News

हिंदी भाषा डॉट कॉम परिवार द्वारा निरन्तर स्पर्धा कराने के अंतर्गत ६२ वीं स्पर्धा ‘हिन्दी की बिन्दी’ विषय पर कराई गई। इसमें गद्य वर्ग में गोवर्धन दास बिन्नाणी ‘राजा बाबू’ और पद्य वर्ग में देवन्ती देवी चंद्रवंशी ने प्रथम स्थान प्राप्त किया है।मंच-परिवार की सह-सम्पादक श्रीमती अर्चना जैन और संस्थापक-सम्पादक अजय जैन ‘विकल्प’ ने यह जानकारी दी। आपने बताया कि हिंदी साहित्य अकादमी (मप्र) से अभा पुरस्कृत एवं १ राष्ट्रीय कीर्तिमान सहित ७ सम्मान प्राप्त १.५१ करोड़ दर्शकों-पाठकों का अपार स्नेह पाने वाले इस मंच द्वारा आयोजित उक्त स्पर्धा में विद्वान निर्णायक मंडल ने गद्य वर्ग में प्रथम स्थान पर ‘विश्व भाषा की और अग्रसर हिंदी’ के लिए श्री बिन्नाणी (राजस्थान) को तो ‘जनसंवेदना का प्रतिनिधित्व करती एकमात्र भाषा हिंदी’ हेतु शशि दीपक कपूर (महाराष्ट्र) को द्वितीय विजेता एवं ‘हिंदी ज्यादा से ज्यादा बोली जाए और प्रचार हो’ रचना पर प्रो.लक्ष्मी यादव (महाराष्ट्र) को तीसरे क्रम का विजेता घोषित किया है।आपने बताया कि, संयोजक डॉ. सोनाली सिंह, परामर्शदाता डॉ. पुनीत कुमार द्विवेदी (मप्र), मार्गदर्शक डॉ.एम.एल. गुप्ता ‘आदित्य’, सरंक्षक डॉ. अशोक जी (बिहार), विशिष्ट सहयोगी एच.एस. चाहिल (छग) एवं प्रचार प्रमुख श्रीमती ममता तिवारी ‘ममता’ (छग) ने सभी विजेताओं व सहभागियों को हार्दिक बधाई दी है।श्रीमती जैन ने बताया कि, पद्य वर्ग में कविता ‘पहचान है बिंदी’ पर देवन्ती देवी चंद्रवंशी (झारखंड) पहली विजेता चयनित की गई। ऐसे ही ‘दमके विश्व में हिंदी की बिंदी’ पर डॉ. आशा गुप्ता ‘श्रेया’ (झारखंड) ने दूसरा और ‘हिंदी हमारा गौरव’ पर प्रो.(डॉ.) शरद नारायण खरे (मप्र) ने तीसरा स्थान हासिल किया है।

Share News

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *