
बीकानेर 16 जून।सिंध के अंतिम हिन्दू सम्राट दाहिर सेन का बलिदान दिवस मनाया भारतीय सिंधु सभा एवं भारतीय सिंधु सेवा परिषद के संयुक्त तत्वाधान में सिंध के अंतिम हिन्दू सम्राट दाहिर सेन का बलिदान दिवस सोमवार को पवनपुरी सुदर्शना नगर स्थित झूलेलाल मंदिर में मनाया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता संभाग संरक्षक मानसिंह मामनानी ने की। मुख्य अतिथि सिंधी साहित्य समिति के हेमंत गारवानी व विशिष्ट अतिथि दिलीप मनसुखानी व कांता वाधवानी रहे।अनिल डेम्बला व गणेश सदारंगानी सहित समाज के सदस्यों ने दाहिर सेन के चित्र पर पुष्पांजली अर्पित की। किशन सदारंगानी, सुरेश केशवानी व पवन खत्री ने दीप प्रज्ज्वलित किया।समाज के वरिष्ठ सदस्य श्याम आहूजा ने कार्यक्रम में आनलाईन वर्चुअल भागीदारी निभा कर मार्गदर्शन प्रदान किया।इस अवसर पर मुख्य प्रवक्ता हासानंद मंघवानी ने सिंध के अंतिम हिन्दू सम्राट दाहिर सेन के जीवन चरित्र पर प्रकाश डालते हुए बताया कि उन्होंने अपने शासन काल में अपने सिंध प्रांत को बहुत ही मजबूत बनाया था। दाहिर सेन अपने जीवन काल में कभी कोई युद्ध नही हारे थे। 712 ईस्वी में सिंधु नदी के किनारे उन्होने अपनी देह को त्याग दिया।सिंधी समाज के सदस्यों द्वारा अहमदाबाद प्लेन दुर्घटना में दिवंगत होने वालों को श्रृद्धांजली अर्पित की गयी।