
बीकानेर 26 सितम्बर। राजस्थान प्रयोगशाला सहायक संघ, बीकानेर शाखा का जिला सम्मेलन आज संपन्न हुआ। कार्यक्रम का संचालन श्री अमित चौधरी ने किया। सम्मेलन में मुख्य अतिथि के रूप में डॉ. अशोक शर्मा, स्टाफ ऑफिसर, माध्यमिक शिक्षा राजस्थान तथा शिविरा पत्रिका के संपादक श्री राम सिंह ने अपनी गरिमामयी उपस्थिति प्रदान की।मुख्य अतिथि डॉ. शर्मा ने अपने संबोधन में कहा कि प्रयोगशाला सहायक का केडर छोटा है, अतः सभी को संगठित रहकर कार्य करना चाहिए तथा विद्यार्थियों को अधिक से अधिक प्रयोगात्मक अवसर प्रदान किए जाने चाहिए, जिससे शिक्षा की गुणवत्ता एवं विद्यार्थियों की दक्षता में वृद्धि होगी।प्रदेश संरक्षक श्री त्रिलोक चंद ने सम्मेलन में मांग पत्र प्रस्तुत किया, जिसमें प्रमुख बिंदु निम्नलिखित रहे—वेतन विसंगतियों का निवारण, केडर विस्तार, ब्लॉक स्तर पर मॉडल प्रयोगशालाओं की स्थापना, महात्मा गांधी अंग्रेजी

माध्यम विद्यालयों में वरिष्ठ प्रयोगशाला सहायक के पदों की स्वीकृति।इस अवसर पर मुख्य अतिथियों का स्वागत प्रदेश उपाध्यक्ष श्री विनय त्रिपाठी एवं सेवानिवृत्त साथियों सहित उपस्थित प्रयोगशाला सहायकों द्वारा किया गया।सम्मेलन में सेवानिवृत्त हो चुके प्रयोगशाला सहायकों को स्मृति-चिह्न भेंट कर सम्मानित किया गया। यह सम्मान जतिन सोलंकी, मनोज चौधरी, शुभम बिस्सा, अभिषेक महात्मा, शैलेन्द्र प्रताप, मुकुल सिंह, जावेद अख्तर, सैयद अली सरताज, अनिल, देवाशीष एवं संदीप सिंघल द्वारा प्रदान किया गया। इस अवसर पर संगठन ने कहा कि *चूंकि शिक्षा विभाग में प्रयोगशाला सहायकों को प्रोत्साहन देने हेतु किसी प्रकार की पुरस्कार योजना प्रस्तावित नहीं है, इसलिए संगठन द्वारा यह पहल की गई है।* साथ ही विभाग से आग्रह किया गया कि शीघ्र ही प्रयोगशाला सहायकों के कार्यों को प्रोत्साहन देने के लिए पुरस्कार संबंधी योजनाएं बनाई जाएं।महिला मंत्री श्रीमती दीक्षा गुर्जर ने महिला प्रयोगशाला सहायकों से संगठित रहकर शिक्षा क्षेत्र में सक्रिय भूमिका निभाने का आह्वान किया।जिलाध्यक्ष श्री अखिल पंचारिया ने कहा कि जिला कार्यकारिणी द्वारा प्रस्तुत मांगों को शासन तक पहुँचाया जाएगा तथा आगामी प्रांतीय सम्मेलन में भी प्रभावी ढंग से रखा जाएगा। उन्होंने विभाग से यह भी आग्रह किया कि ब्लॉक स्तर पर हैंड्स-ऑन प्रैक्टिकल ट्रेनिंग सत्र आयोजित किए जाएं, जिससे विद्यार्थियों की प्रयोगात्मक दक्षता एवं लाभ सुनिश्चित हो सके।सम्मेलन में प्रथम दिवस का समापन प्रथम श्रेणी राजपत्रित अधिकारी स्तर पर प्रयोगशाला अधीक्षक का पद स्वीकृत करने की सामूहिक मांग एवं एकजुटता की हुंकार के साथ हुआ।

