
सुदर्शना नगर पवन पुरी स्थित झूलेलाल मंदिर मे आयोजित हुए चेटीचंड सप्ताह के दौरान सिंधी वरिष्ठ जनों की आंखें भीग गयी। ऐसा तब हुआ जब समाज की महिलाओं और युवाओं ने सिंधी लोक कलाओं की प्रस्तुति दी और तालियां बटोरी। इस अवसर पर महिलाओं ने भी छेज (डांडिया) लगाई। इस अवसर पर सिंधी सूफी संगीत की परंपरा पर भी प्रकाश डाला गया। अतिथि हसानंद मंगवानी, मानसिंह माम नानी, लालचंद तुलसियानी, जगदीश गंगवानी आदि ने युवाओं से आह्वान किया कि वह सिंधियत के संरक्षण और संवर्धन के लिए आगे आए। इस अवसर पर मातृशक्ति -भारतीय ग्वालानी,वर्षा लखानी, देवी नवानी, रुकमणी नवानी आदि ने कहा कि सिंधी लोक कला और लोक वाद्यों का संरक्षण करने का जिम्मा युवाओं का ही है।पूनम टिकयानी, कमला सदारंगानी,कला देवी वलीरमाणी, गोपी वलीरामाणी, गीता लालवानी, आदि ने सामूहिक रूप से सिंधी लोग भजनों की प्रस्तुतियां दी। कार्यक्रम *संयोजक किशन सदारंगानी और सचिव तेज प्रकाश वलीरमानी* ने महोत्सव सप्ताह के आगामी चरण की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि 25 मार्च को स्थानीय लिली पॉन्ड में *”जल में ज्योत जगे “* कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। कार्यक्रम में हरीश पंजाबी,मोंटू महाराज और समाज के गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।