
आयो झूलण आयो अचो नचो खूशियूं मनायों……..**उथो जागो अचो खूशियूं मनायूं, जीये मुहिंजो सिन्ध मा त घोरया पाहिंजी जीन्द पहिंजे अभणे वतन तां….. कीअं विसारा सिन्ध जां नजारां…चंड ज्यूं रात्यू एं बहराना,जैसे सिन्धी गीतों पर झूमते लोग, सिन्धुमय वातावरण का यह अवसर था चेटीचन्ड पर्व पर। आज 23 मार्च 2023 गुरूवार को समाज की विभिन्न संस्थाओं संत कंवरराम सिन्धी समाज ट्रस्ट, भारतीय सिन्धु सभा, मातृ शक्ति सतसंग मंडली, जय झूलेलाल युवा सिन्धी मण्डल के तत्वाधान में चेटीचन्ड महोत्सव का आयोजन किया गया। प्रातः झण्डारोहण और झूलेलाल की प्रतिमा का पंचामृत से अभिषेक मनीष भगत, भारती ग्वालानी, वर्षा लखानी और मातृ शक्ति मंडल की वरिष्ठ सदस्यों द्वारा किया गया, और ताहिरी (मीठे चावल और छोले) का भोग लगाया गया। सतसंग मंडली की पीहू वासवानी, कमला सदारंगानी, मनुमल, दीपचन्द, रमेश सदारंगानी आदि ने भजन और गीतो के द्वारा इष्ट देव की अरदास की। इसी अवसर पर मातृ मंडली की सदस्य रूखमणी वलीरमानी को अध्यक्ष चुना गया। दोपहर में सामुहिक भंडारे का आयोजन किया गया जिसमें श्याम वाधवानी, कैलाश गुवालानी आदि ने तन-मन-धन से निस्वार्थ अपनी सेवाएं दी। शाम को कीर्तन व सांस्कृृतिक कार्यक्रमां का आयोजन किया गया जिसमें बाल संस्कार शिविर के बालक-बालिका ने अपनी प्रस्तुति दी। समिति के तेजप्रकाश वलीरमानी व किशन सदारंगानी ने बताया कि चेटीचन्ड पखवाडे का समापन आज गोधूली की वेला में झूलेलाल की पवित्र ज्योति को जलकुण्ड में विसर्जित कर किया जायेगा साथ ही इस अवसर पर उन्होने देश की आजादी के लिए शहीद हुए क्रान्तिकारियों को भी श्रृद्धासुमन अर्पित किये।